महाविद्यालय मे प्रवेश प्राप्त करने वाली वे छात्राएं जो इन प्रशिक्षणों को प्राप्त करने मे रूचि रखती है उन्हें इसको सुविधा प्रदान की जाती है इसके लिए भारतीय शिक्षा एंव प्रशिक्षण संस्थान के सक्षम अधिकारी से सम्पर्क कर नामांकन अवश्य करा लें।


महाविद्यालय मे स्नातक स्तर पर प्रवेशित सभी छात्राओं को कम्प्यूटर शिक्षा प्रदान की जाती है। अतः उन्हें चाहिए कि प्रवेश उपरान्त निर्दिष्ट सक्षम अधिकारी से सम्पर्क कर कम्प्यूटर शिक्षा हेतु अपना रजिस्ट्रेशन करा लें।

सी0सीसी0 कोर्स भी यहाँ कराया जाता है।


किसी भी प्रयोजन के निमित्त महाविद्यालय से प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के इच्छुक विद्यार्थियों को लिखित आवेदन करने की तिथि से दो दीन बाद प्राप्त हो सकेगा |


यह सुविधा महाविद्यालय से गृहनगर की दुरी 50 किमी तक होने की स्थिति में यात्रा के लिए प्रदान की जाती है गृहनगर से अभिप्राय: है –

(अ) छात्र-छात्रा का स्थायी पता जो महाविद्यालय में लिखा हो |

(ब) छात्र-छात्रा के माता-पिता या उनकी मृत्यु की स्थिति में अभिभावक का निवास स्थान |


प्रयोगिक विषय के रूप मे गृह विज्ञान विषय लेने वाली छात्राओं को वर्ष भर होने वाले प्रायोगिक कार्य में अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करना आवश्यक है। प्रायोगिक कार्य हेतु निर्धारित गणवेश में आना अनिवार्य है।




महाविद्यालय प्रतिवर्ष वार्षिक पंत्रिका का सम्पादन करता है। अतः साहित्यिक अभिरूचि वाली छात्राओं को चाहिए कि वे अपने लेख, कहानी, निबंध, हास्य-व्यंग्य, कविता आदि को सम्पादक - मण्डल से सम्पर्क कर जमा कर दें, ताकी उनकें लेख के प्रकाशन पर विचार किया जा सकें।




महाविद्यालय की छात्राएं न केवल शैक्षणिक एंव सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेती अपितु समाज सेवा के लिए भी सदैव तत्पर रहती है।

राष्ट्रगौरव का अध्ययन करने वाली प्रत्येक छात्रा को विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित राष्ट्रगौरव शुल्क जमा करना अनिवार्य है।




1. विश्वविद्यालय बर्तमान सत्र से परीक्षा के प्रत्येक विषय में दिये गये व्याख्यानों एवं प्रयोगात्मक कार्य में 75 प्रतिशत उपस्थिति प्रत्येक छात्र से चाहता है|

2. महाविद्यालय विश्वविद्यालय द्वरा बांछित कम से कम 75 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति की अपेक्षा करता है उनके अभिभावकों का यह दायित्व है कि समय-समय पर अपने प्रतिपाल्यों की उपस्थिति का पता लगाते रहे |